मथुरा में चिकित्सक अपहरण मामले में हाइवे के थाना प्रभारी निलंबित

में हाइवे मथुरा। उत्तर प्रदेश में मथुरा के एक चिकित्सक के अपहरण के बाद लाखों की फिरौती देने के मामले में हाई वे के थानाध्यक्ष को निलम्बित कर दिया गया है। पुलिस प्रवक्ता ने कृष्ण कुमार तिवारी ने गुरुवार को यहां यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि इस मामले में लापरवाही बरतने के आरोप में हाइवे के थानाध्यक्ष जगदम्बा सिंह को निलम्बित कर दिया गया है। पुलिस के अनुसार पिछले साल 10 दिसम्बर की रात चिकित्सक डा0 निर्विकल्प अग्रवाल का उस समय अपहरण कर लिया गया था जब महोली रोड स्थित अपनी क्लीनिक बंद करके घर जा रहे थे। गोवर्धन चौराहा ओवर ब्रिज पर अपहर्ताओं ने पहले डाक्टर की कार को अपनी कार से टक्कर मारी । उन्होंने बताया कि जब डाक्टर कार से उतरे तभी हथियारों के बल पर उनका अपहरण कर दिया गया था । बाद में अपहरणकर्ताओं ने डाक्टर की पत्नी से 55 लाख की फिरौती वसूलकर डाक्टर को हाई वे पर सिटी अस्पताल के सामने सर्विस रोड पर उसी रात छोड़ दिया गया था। अपहर्ताओं ने बाद में परिवार से 50 लाख की फिरौती और मांगी थी। इस अपहरण से भयभीत डाक्टर ने काल से प्रभुत्व सम्पन्न न/न तो खुद थाने में रिपोर्ट लिखाई और न/न ही आईएमए से इसमें कुछ करने को कहा था। पुलिस रिपोर्ट में अपहर्ता महेश एवं अनूप मथुरा जिले के रहने वाले हैं जबकि मेरठ निवासी सनी मलिक तथा भोपाल निवासी नितेश उर्फ रीगल है। आरोपियों के राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में होने की संभावना है। आईएमए के अध्यक्ष डा0 अनिल चौहान ने बताया कि चिकित्सक निर्विकल्प से उन्होंने इस पर कार्रवाई करने को कहा था किंतु उन्होंने कुछ भी करने को मना कर दिया। उन्होंने बताया कि संभवतः डाक्टर के परिवार के किसी मित्र ने पुलिस के उच्च अधिकारियों को इसके बारे में बताया और उसके बाद ही पुलिस हरकत में आई है। अपहर्ताओं की गिरफ्तारी के बाद इस कांड में कुछ नई परतें भी खुलने की उम्मीद है।