बिजनौर। पहले से ही भारी भरकम फीस के बाद अब स्कल से ही बच्चों के लिए डेस लेने की बायता अभिभावकों पर भारी पड़ रही है। यहां स्योहारा के एक स्कूल में अध्ययनरत तीन साल की एक छात्रा को महज इस कारण धूप में खड़ा रखा,क्योंकि उसके अभिभावकों ने उसके लिए स्ल से ड्रेस नहीं खरीदी थी। बाद में स्कल प्रबंधन ने छात्रा और उसके छोटे भाई को स्कूल से निकाल दिया। स्योहारा के मोहल्ला तराई हिन्दू चौधरियान निवासी प्यारेलाल उर्फ पंकज की पत्री इशिका एमएम पब्लिक स्कूल में क्लास एक और पुत्र लक्ष्?य यूकेजीमें पढ़ते हैं। आरोप है कि स्कूल से ड्रेस नहीं खरीदने पर स्कूल प्रबंधन ने इशिका 24 अप्रैल को स्कूल टाइम में उसे धप में खडे रखा। छुट्टी के बाद बाद इशिका ने अपने पिता की घटना की घटना का जानकारी दी। इस मामले में 26 अप्रैल को थाने में दोनों पक्षो में समझौता हो गया था,किन्तु स्कूल प्रबन्धक ने 30 अप्रैल को इशिका और उसके भाई लक्ष्य को स्कूल से निकाल दिया,जबकि प्रबन्धक ने गलती मानते हुए फैसलानामा भी लिखा था ।बुधवार को बच्चों के पिता अभिभावक संघ के पदाधिकारियों के साथ एडीएम अवधेश कुमार से मिले और उनसे इस प्रकरण की जांच कराकर आरोपितों के खिलाफ कार्रवाई की मांग कीएडीएम से मिलने वालों में शिवानी सैनी नपेंद्र देशवाल समेत के अन्य अभिभावक मौजूद थे.
स्क ल से ड्रेस नहीं लेने पर मासूम छात्रा को धूप में खड़ा किया .