सीतापुर (सू०वि०) निराश्रितों के ठण्ड और शीतलहर से बचावहेतु संबंधित अधिकारी सभी तैयारियां समय से पूर्ण कर लें। रैन बसेरे एवं अलाव हेतु स्थान चयनित करते हुये आवश्यक प्रबंधकर लिये जाये। क्षेत्र के उद्योगपतियों समाजसेवियों एवं सम्भ्रान्त व्यक्तियों के साथ समन्वय कर उन्हें निराश्रितों को अधिक से अधिक सहयोग करने केलिए प्रेरित किया जाये, जिससे अधिक से अधिक निराश्रितों एवं जरूरतमंदों को लाभान्वित किया जा सके। यह निर्देश जिलाधिकारी अखिलेश तिवारी ने आगामी शीतलहरी से उत्पन्न होने वाली समस्याओं के दृष्टिगत निराश्रित एवं असहाय तथा कमजोर वर्ग के असुरक्षित व्यक्तियों को राहत पहुँचाने हेतु कम्बल वितरण एवं अन्य तैयारियों की समीक्षा बैठक के दौरान सोमवार को कलेक्ट्रेट सभागार में दिए। उन्होंने बैठक में उपस्थित जनपद के समाजसेवियों एवं उद्योगपतियो से अपेक्षा की कि वे इस पनीत कार्य मे आगे आये और अधिक से अधिक सहयोग करें।जिलाधिकारी श्री तिवारी ने यह भी अपेक्षा की कि लोगों के घरों में बेकार पड़े पुराने वस्त्रों को एकत्रित करके जरूरतमंदों को वितरित किये जाने का जो कार्यक्रम पूर्व के वर्षों में अनेक समाजसेवियों द्वारा संचालित किया जाता रहा है, उसे इस वर्ष व्यापक रूप से संचालित कराया जाय जिससे लोगों के घरों में अनुपयोगी पड़े कपड़े किसी जरूरतमंद के काम मे आजाये। इसके लिये कपड़ा बैंकक तर्ज पर भी व्यवस्था की जा सकती है। इस कार्य मे उन्होंने सभी नगरीय निकायों के अधिशासी अधिकारियों, सभी उपजिलाधिकारियों एवं अन्य प्रशासनिक अधिकारियों से समाजसेवियों को सहयोग प्रदान किये जाने के भी निर्देश दिये। जिलाधिकारी नबैठक में मौजूद सभी समाजसवियों, उद्योगपतियों व गणमान्य नागरिकों से उनके द्वारा सहयोग स्वरूप दिए जाने वाले कम्बल की संख्या का विवरण भी संकलित किया तथा संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिये कि वितरण के समय उपस्थित रहकर पूर्ण सहयोग करें। जिलाधिकारी ने ठण्ड एवं शीतलहरसे उत्पन्न समस्याओं के निदान के लिए समस्त उपजिलाधिकारियों व अधिशासी अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि निराश्रित व कमजार वर्ग कलोगों को राहत पहुँचाने हेतु कम्बल वितरित कराने और नगर पालिकाओं/नगर पंचायतों व ग्रामीण क्षेत्रों में आवश्यकतानुसार अलाव जलवाने हेतु पर्याप्त प्रबंध तथा आश्रयहीन व्यक्तियों हेतु रैन बसेरों की भी पर्याप्त व्यवस्था की जाये तथा उनमें पर्याप्त सुविधायें भी उपलब्ध कराई जाए। जिलाधिकारी ने यह भी निर्देश दिए हैं कि कोई भी व्यक्ति रात में सड़क अथवा फुटपाथ पर सोने के लिए बाध्य न हो, इसके लिए रैन बसेरों की व्यवस्था की जाये। साथ ही यह सुनिश्चित किया जाये कि किसी भी व्यक्ति की मृत्यु अत्यधिक ठण्ड/शीतलहर के कारण अथवा भोजन/वस्त्र और चिकित्सा के आभव में नहीं होनी चाहिये। राशन का पर्याप्त प्रबंध करने के निर्देश जिलाधिकारीन जिला पूर्ति अधिकारी को दिय। गोवंश आश्रय स्थलों पर भी की जाए पर्याप्त व्यवस्था शीत ऋतु को दृष्टिगत रखते हुए गोवंश आश्रय स्थलों पर भी पर्याप्त प्रबंध समय से किये जाने के निर्देश जिलाधिकारी ने दिए। उन्होंने कहा कि सम्बंधित अधिकारी सभी स्थलों का नियमित रूप से भ्रमण करते रहे।मुख्य पशुचिकित्साधिकारी को निर्देश दिये कि पशु चिकित्सक दैनिक रूप से इन आश्रय स्थलों का भ्रमण करते रहे, यह सुनिश्चित किया जाय।बीमार पड़ने पर पशुओं को तत्काल इलाज उपलब्ध कराया जाये तथा भ्रमण की सूचना नियमित रूपसे प्रषित कीजाय। ठंडसे बचाव के लिये पर्याप्त शेड की व्यवस्था भी जाय। पशुओं के छोटे बच्चों को ढकने के लिये बोरे की भी व्यवस्था की जाय।जनपद मंहरचार केसमान मूल्य रहे, यह सुनिश्चित किया जाये। व्यय धनराशि का अभिलेखीकरण परी पारदर्शिता एवं स्पष्टता के साथ कराये जाने के निर्देश जिलाधिकारी ने दिए। उन्होंने निर्देश दिये कि जिन गौशालाओं में अभी भी कार्य पूर्ण नहीं है. उनमें शीघ्र कार्य पर्ण कराया जाये। बैठक के दौरान अपर जिलाधिकारी विनय कुमार पाठक, नगर मजिस्ट्रेट पूजा मिश्रा, जिला विकास अधिकारी राकेश पांडेय, मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी सभी उपजिलाधिकारी, खण्ड विकास अधिकारी एवं सम्बंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।
निराश्रितों के ठण्ड औरशीतलहरसे बचावहेतु संबंधित अधिकारी सभी तैयारियां समय से पूर्ण कर लें